कामगार एकता कमेटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट
दक्षिण मध्य रेलवे मजदूर यूनियन की वारंगल शाखा ने रेलवे ट्रैक मेंटेनर्स की लंबित समस्याओं को लेकर महबूबाबाद सेक्शन कार्यालय में प्रदर्शन किया।
शाखा सचिव ने बताया कि आजादी के 75 साल बाद भी ट्रैक मेंटेनर्स पर काम का बहुत अधिक बोझ है, जिसके कारण अक्सर दुर्घटनाएं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं। उन्होंने कर्मचारियों पर बोझ कम करने के लिए मैनुअल में तत्काल बदलाव की मांग की।
प्रदर्शनकारियों ने निम्नलिखित मांगें उठाईं:
– ट्रैक मेंटेनर्स के लिए दो शिफ्ट की कार्य प्रणाली लागू की जाए,
– कीमैन और पेट्रोलिंग ड्यूटी के लिए बीट लेंथ की समीक्षा की जाए,
– टूल रूम और पेट्रोलिंग हट्स के निर्माण में तेजी लाई जाए,
– जोखिम भत्ते में वृद्धि की जाए और जोखिम भत्ते के लाभ के लिए कारीगर कर्मचारियों को शामिल किया जाए,
– इंजीनियरिंग भूमिकाओं में महिलाओं के लिए अंतर-विभागीय स्थानांतरण के अवसर प्रदान किए जाएं,
– पदोन्नति चैनलों का विस्तार किया जाए।
यूनियन ने रेलवे अधिकारियों से ट्रैक मेंटेनर्स की कार्य स्थितियों और सुरक्षा में सुधार के लिए इन मुद्दों को तुरंत हल करने का आग्रह किया।