कामगार एकता कमेटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट
चंडीगढ़ बिजली विभाग के निजीकरण के खिलाफ चंडीगढ़ के नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन के 41वें दिन 19 जनवरी 2025 को सेक्टर 14 वेस्ट में विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध मार्च में शहर के विभिन्न सेक्टरों के निवासियों के अलावा बड़ी संख्या में युवा, बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं शामिल हुईं।
विरोध मार्च को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन बिजली विभाग को निजी कंपनी को सौंपकर चंडीगढ़ के लोगों को दो तरह से नुकसान पहुंचा रहा है। इसे निजी हाथों में देने से समाज के हर वर्ग को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि एक तरफ अगर बिजली विभाग निजी हाथों में चला गया तो सरकारी नौकरियां खत्म हो जाएंगी और आने वाली युवा पीढ़ी सरकारी नौकरियों से वंचित हो जाएगी। वहीं दूसरी तरफ निजी कंपनी द्वारा बिजली के दाम कई गुना बढ़ा दिए जाने से शहरवासियों को महंगी बिजली खरीदनी पड़ेगी। जनता को महंगी बिजली का बोझ उठाना पड़ेगा।
सभी वक्ताओं ने कहा कि यह मुद्दा केवल बिजली कर्मचारियों का नहीं है, यह लड़ाई चंडीगढ़ के आम लोगों की है। सभी को चंडीगढ़ प्रशासन के निजीकरण के फैसले का विरोध करना चाहिए ताकि प्रशासन इस जनविरोधी फैसले को वापस लेने पर मजबूर हो जाए।
वक्ताओं ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन इस तानाशाही फैसले को वापस ले अन्यथा वे इससे भी गंभीर कदम उठाने पर मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी चंडीगढ़ प्रशासन की होगी।
घोषणा की गई कि जब तक चंडीगढ़ प्रशासन अपना फैसला वापस नहीं लेता, तब तक यह संघर्ष जारी रहेगा।