महाराष्ट्र के बिजली मजदूरों और इंजीनियरों ने उत्तर प्रदेश सरकार से बिजली कंपनियों के निजीकरण के फैसले को वापस लेने की माँग की
कॉमरेड कृष्ण भोयर, महासचिव, महाराष्ट्र राज्य बिजली कर्मचारी महासंघ की रिपोर्ट
राष्ट्रीय समन्वय समिति कर्मचारी और अभियंताओं द्वारा लिए गए निर्णय के अनुसार उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण कंपनियों के चल रहे निजीकरण और केंद्र सरकार द्वारा तैयार किए गए 4 नए श्रम संहिताओं के कार्यान्वयन के विरोध में महाराष्ट्र राज्य बिजली कर्मचारी, इंजीनियर और अधिकारी एक्शन समिति की ओर से नवी मुंबई, नासिक, सांगली, नागपुर, अकोला, कोल्हापुर, सतारा, औरंगाबाद, जालना, नांदेड़, चंद्रपुर, गढ़चिरौली, वर्धा, यवतमाल, अमरावती, वाशिम, जालना, लातूर में हजारों बिजली कर्मचारियों, अधिकारियों, इंजीनियरों और ठेका श्रमिकों ने उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
इस विरोध के बाद भी अगर उत्तर प्रदेश सरकार बिजली वितरण कंपनियों का निजीकरण करने की कोशिश करती है तो 29 जून से उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारी और इंजीनियर हड़ताल पर चले जाएंगे। महाराष्ट्र के कर्मचारी भी उस हड़ताल के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करेंगे। 9 जुलाई को होने वाली देशव्यापी हड़ताल में महाराष्ट्र के हजारों बिजली कर्मचारी, इंजीनियर, अधिकारी और संविदा कर्मचारी भाग लेंगे।
हमारे वफादार
कॉमरेड कृष्ण भोयर,
महासचिव,
महाराष्ट्र राज्य बिजली कर्मचारी महासंघ