डॉ. ओम सुधा, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति संगठनों के परिसंघ (अखिल भारतीय परिसंघ) का संदेश
दोस्तों,
2 अप्रैल 2022, शनिवार को दोपहर 12 बजे देश भर में राज्य/जिला/ब्लॉक स्तर पर निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई है।
दोस्तों 2 अप्रैल की तारीख हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि साल 2018 में आज ही के दिन हमारे दर्जनों साथी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम को बचाने के लिए शहीद हुए थे और देश भर में हजारों साथियों पर मुकदमा दर्ज किया गया था और उन्हें जेल जाना पड़ा था।
हम केंद्र सरकार की आरक्षण विरोधी नीतियों से तंग आ चुके हैं। अब हमें निजीकरण के माध्यम से हमारे आरक्षण/हकदार से वंचित किया जा रहा है। हम संघर्ष में विश्वास करते हैं। यह हमारे समाज की परंपरा भी है और विरासत भी।
BHEL , SAIL, GAIL, रेल, BSNL, MTNL, LIC, एयरपोर्ट, सेल सहित सभी सरकारी उपक्रम या तो बेचे जा चुके हैं या बेचे जाने की प्रक्रिया में हैं।
इस सरकार का एजेंडा साफ है – आरक्षण को पूरी तरह खत्म करना और मनुस्मृति को फिर से लागू करना.
लेकिन हम लड़ेंगे…
अपनी तैयारी शुरू करें।
डॉ. सुधा,
राष्ट्रीय महासचिव, परिसंघ