कटनी में AIRF महामंत्री श्री शिवगोपाल मिश्रा का ऐलान: पुरानी पेंशन नहीं तो मौजूदा सरकार भी नही
WCERU की रिपोर्ट
ऑल इंडिया रेलवेमेंस फेडरेशन (AIRF) के महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा ने बड़ी संख्या में मौजूद युवा रेलकर्मियों को संबोधित करते हुए भारतीय रेल की चुनौती पर विस्तार से चर्चा की और साफ किया कि आंदोलन की तैयारी शुरू हो गई है, अगर पुरानी पेंशन बहाल नही हुई तो ये सरकार भी नही रहेगी।
इसके पहले कटनी में युवा रेलकर्मियों ने NPS के खिलाफ जागरूकता रैली निकाली। महामंत्री ने इस दौरान रेलकर्मियों की तमाम समस्याओं पर न सिर्फ विस्तार से चर्चा की बल्कि आने वाले समय मे एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने को भी कहा। महामंत्री शिवगोपाल मिश्रा में कहा कि पुरानी पेंशन की बहाली फेडरेशन की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। नई पेंशन योजना के विरोध में हम केंद्रीय कर्मचारियों, राज्यकर्मियों, शिक्षको को साथ लाने की कोशिश कर रहे है। इसके लिए हमारे फेडरेशन के केंद्रीय नेतृत्व ने स्थानीय स्तर पर बात शुरू कर दी है। इसके लिए ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन बड़े आंदोलन की तैयारी कर रहा है।
ऑल इंडिया रेलवे फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि न्यू पेंशन योजना सही मायने में नो पेंशन योजना है। योजना के तहत कर्मचारियों को नाम मात्र की पेंशन मिलती है। न्यू पेंशन योजना के बारे में सभी रेलवे कर्मचारी चिंतित हैं, अगले लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा आंदोलन करने जा रहे हैं। आंदोलन में देशभर के सभी सरकारी कर्मचारी, राज्य कर्मचारी और केंद्रीय कर्मचारी एकजुट होकर हिस्सा लेंगे। महामंत्री ने कहाकि राज्यस्तर NPS के खिलाफ पहले आंदोलन की शुरुआत की जाएगी, बाद में देश भर से 5 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों को दिल्ली बुलाया जाएगा और संसद का घेराव करेंगे। इसके बाद भी हमारी बात नहीं सुनी गई तो हम रेल का चक्का जाम करने को मजबूर होंगे।
AIRF महामंत्री श्री मिश्रा ने नई पेंशन योजना को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि NPS में सरकार कर्मचारियों के पैसे काटकर उतना ही हिस्सा अपनी जेब से डाल रही है। अब उस रकम का कहां निवेश किया जा रहा है, इसकी जानकारी किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि नई पेंशन योजना से लोग काफी हताश हैं। सरकार से मांग है कि पुरानी पेंशन योजना जल्द लागू करे नहीं तो सरकारी कर्मचारी आर पार के आंदोलन को मजबूर होंगे।
महामंत्री ने निजीकरण पर भी चर्चा की और कहाकि सरकार चोर दरवाजे से टुकड़ों में निजीकरण की साजिश कर रही है। AIRF को ये भी कतई मंजूर नहीं है, रेल का निजीकरण किसी के हक में नही है, न इससे रेल का भला होगा, न रेलकर्मियों का कोई भला होने वाला है और न ही इससे रेल उपभोक्ता को ही को फायदा होगा।
वेस्टर्न रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के महामंत्री मुकेश गालव ने AIRF महामंत्री को आश्वस्त किया कि पुरानी पेंशन की बहाली और निजीकरण के खिलाफ फेडरेशन आंदोलन का जो भी निर्णय लेगी, उसमे यहाँ के रेलकर्मी आगे बढ़कर हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा कि NPS को लेकर रेलकर्मियों में भारी आक्रोश है, वो यूनियन के लाल झंडे के नीचे पूरी तरह एकजुट है! इस कार्यक्रम को युवा कन्वीनर नरेश मालव ने भी संबोधित किया।
महेन्द्र श्रीवास्तव
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