बैंक ऑफ महाराष्ट्र – एआईबीईए के कर्मचारियों द्वारा प्रस्तावित हड़ताल को समर्थन दें

आल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन(एआईबीईए) का आह्वान

(अंग्रजी आहवान का हिंदी अनुवाद)

आल इंडिया बैंक एम्प्लाइज एसोसिएशन

केंद्रीय कार्यालय: “प्रभात निवास” पंजीकरण संख्या 2037
सिंगापुर प्लाजा, 164, लिंगी चेट्टी स्ट्रीट, चेन्नई-600001
फोन: 2535 1522 वेब: www.aibea.in
ई मेल – chv.aibea@gmail.com और aibehq@gmail.com मोब: 98400 89920

परिपत्र पत्र संख्या 28/256/2023/2                                                      

6-1-2023

सभी पदाधिकारियों/राज्य फेडरेशनो/
अखिल भारतीय बैंकवार संगठनो को

प्रिय साथियों,

17 जनवरी, 27 जनवरी, 9 और 10 फरवरी 2023 को

बैंक ऑफ महाराष्ट्र में अखिल भारतीय हड़ताल – समर्थन करें

हाल के दिनों में बैंक ऑफ महाराष्ट्र में औद्योगिक संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। प्रबंधन के निरंतर एकतरफा और नकारात्मक दृष्टिकोण के खिलाफ सभी यूनियनों द्वारा कुछ हड़ताल की कार्रवाई भी की गई है।

सुलह बैठकों के दौरान, चीजों को ठीक करने के कुछ प्रयास किए गए लेकिन इन प्रयासों का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला। एआईबीईए की ओर से भी हमने मुद्दों को सुलझाने के लिए कुछ प्रयास किए लेकिन आश्वासनों के बावजूद स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है। वहीं दूसरी ओर प्रबंधन की और से मनमानी चल रही है।

नवंबर, 2022 में हमारे एआईबीईए के आंदोलन के दौरान, इन मुद्दों पर भी प्रकाश डाला गया था, विशेष रूप से श्रम कानूनों का पालन न करना, ट्रेड यूनियन अधिकारों की गैर-मान्यता, आदि पर। भारत के वित्त मंत्रालय (डीएफएस) ने भी सभी बैंक सीईओ को अपनी सलाह भेजी है कि प्रबंधन को श्रम कानूनों, आईडी अधिनियम, भारतीय ट्रेड यूनियन अधिनियम का उल्लंघन करते हुए नहीं देखा जाना चाहिए। इसका भी प्रबंधन पर कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है।

शीर्ष प्रबंधन के आश्वासन के बावजूद भी, मानव संसाधन विभाग विधिवत निर्वाचित ट्रेड यूनियन प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करने से कर रहा है।

इसी तरह, अन्य सभी बैंकों के जैसे, हमारी यूनियनों को पिछले 30 से 50 वर्षों से मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर में परिसर उपलब्ध कराया गया है। अब अचानक प्रबंधन हमारी यूनियनों को इन यूनियन कार्यालयों को खाली करने के लिए मजबूर कर रहा है और यह बिना किसी कारण या उकसावे के इस सुविधा से इंकार कर रहा है।

पुणे (प्रधान कार्यालय) में, यूनियन परिसर को जबरन बेदखल कर दिया गया है और वहां बैंक के नाम का बोर्ड लगा दिया गया है।

पर्याप्त भर्तियों को टाला जा रहा है जिसका परिणाम यह है कि कर्मचारी और अधिकारी अनुचित कार्यभार से विवश हैं और काम के भारी दबाव से पीड़ित हैं।

द्विपक्षीयता को जानबूझकर टाला जाता है और एकपक्षवाद मानव संसाधन प्रबंधन का दृष्टिकोण बन गया है।

कर्मचारियों व अधिकारियों के पास आंदोलन को फिर से शुरू करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा है।

इस पृष्ठभूमि में, सभी यूनियनें यूनाइटेड फोरम ऑफ महाबैंक यूनियंस (AIBEA-NOBO-AIBOA-NOBW-BOMK sena-MNS-MANS) के बैनर तले एक साथ आ गई हैं और आंदोलनकारी कार्यक्रमों और हड़ताल की कार्रवाइयों की रूपरेखा तैयार कर ली है।

16 जनवरी, 2023 को महाराष्ट्र में हड़ताल:

 

 

मुंबई, पुणे, औरंगाबाद और नागपुर में बैंक ऑफ महाराष्ट्र में हमारी यूनियनों ने यूनियन कार्यालयों को खाली करने के खिलाफ 17 जनवरी, 2023 को हड़ताल का आह्वान किया है।

अखिल भारतीय हड़तालें: उनके यूनाइटेड फोरम ने बैंक ऑफ महाराष्ट्र में अखिल भारतीय हड़ताल का आह्वान इस प्रकार किया है:

27 जनवरी, 2023 बैंक ऑफ महाराष्ट्र की

सभी शाखाओं में

अखिल भारतीय हड़ताल

 

9 और 10 फरवरी, 2023

मांगें:

  • लिपिक/अधिकारी/उप-कर्मचारी/अंशकालिक उप-कर्मचारी की भर्ती।
  • आईआर और मानव संसाधन नीतियों में द्विदलीय की बहाली
  • कार्य संतुलन।
  • बदले की कार्रवाई/स्थानांतरण का विरोध

साथियों, इस तरह के निरंतर हमलों के सामने एकजुट संघर्ष ही एकमात्र रास्ता है। संघर्ष के बिना अब तक कुछ हासिल नहीं हुआ है। संघर्ष के बिना इन उपलब्धियों को संरक्षित और सुरक्षित नहीं किया जा सकता है। यह उचित ही है कि युनाइटेड फोरम ऑफ महाबैंक यूनियंस ने इस संघर्ष की शुरुआत की है।

पूर्ण समर्थन का विस्तार करें: हम अपने सभी राज्य फेडरेशनों/यूनियनों से अनुरोध करते हैं कि वे प्रदर्शनों आदि की व्यवस्था/भागीदारी करके इस आंदोलन को अपना पूर्ण समर्थन दें।

अभिवादन के साथ,

आपका साथी,

सी.एच. वेंकटचलम
महासचिव

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