विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र की विज्ञप्ति
72 घंटे की सांकेतिक हड़ताल के दौरान बिजली कर्मियों ने फौलादी एकता का प्रदर्शन किया – ऊर्जा मंत्री ने समझौते के क्रियान्वन, अन्य मांगों के सार्थक समाधान तथा आन्दोलन के दौरान हुई सभी दमनात्मक कार्यवाहियों की वापसी के निर्देश ऊर्जा निगमों के चेयरमैन को दिए। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र और ऊर्जा मंत्री के बीच हड़ताल के दौरान कई चक्र वार्ता के बाद जल निगम के फील्ड हॉस्टल में ऊर्जा मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा, ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के संयोजक शैलेन्द्र दुबे के साथ एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में यह ऐलान किया। प्रेस कांफ्रेंस में ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम देवराज और दोनों प्रबन्ध निदेशक उपस्थित थे। प्रेस कांफ्रेंस का सभागार संघर्ष समिति के पदाधिकारियों से खचाखच भरा हुआ था।
ऊर्जा मंत्री ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र के साथ विगत 03 दिसम्बर को हुए समझौते के क्रियान्वयन और अन्य मांगों के सार्थक समाधान हेतु शीघ्रातिशीघ्र कार्यवाही करने की घोषणा की है। साथ ही ऊर्जा मंत्री ने इस आन्दोलन के फलस्वरूप बिजली कर्मियों के विरूद्ध की गयी समस्त दमनात्मक कार्यवाहियों निलम्बन, निष्कासन, एफआईआर आदि वापस लेने हेतु ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम देवराज को निर्देश जारी कर दिये हैं।
ऊर्जा मंत्री के सकारात्मक घोषणा के दृष्टिगत विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र ने मा. मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ, मा. ऊर्जा मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा के प्रति आभार प्रकट करते हुए एवं मा. उच्च न्यायालय के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए हड़ताल वापस लेने का ऐलान किया। संघर्ष समिति ने बिजली कर्मियों से अपील की है कि वे जनता की तकलीफों को देखते हुए काम पर वापस लौटे और शीघ्रातिशीघ्र बिजली व्यवस्था सुचारू करने हेतु सभी कार्य करें।
इन्कलाब जिन्दाबाद!
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उप्र