देश में बिजली क्षेत्र में किये जा रहे सुधार विश्व बैंक की नीतिगत सिफारिशों के अनुरूप हैं।

श्री वी के गुप्ता द्वारा, प्रवक्ता, ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) भारत को बिजली क्षेत्र में सुधारों की आवश्यकता है लेकिन इन्हें भारत और Read more

08 दिसंबर, 2016 – रिलायंस पावर के खिलाफ एआईपीईएफ के लिए जीत का दिन

श्री शैलेन्द्र दुबे, अध्यक्ष, ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) द्वारा 08 दिसंबर 2016 वह दिन है जब भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने रिलायंस पावर Read more

जोधपुर डिस्कॉम संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले बिजली कर्मचारियों ने भरी निजीकरण के खिलाफ हुंकार

जोधपुर में बिजली कर्मचारियों का सरकार और विद्युत प्रबंधन के विरुद्ध शानदार प्रदर्शन श्री केशव व्यास, महासचिव, राजस्थान बिजली वर्कर्स फैडरेशन (एटक) से प्राप्त रिपोर्ट Read more

विशाखापट्टनम में 26 अगस्त 2022 को आयोजित सम्मेलन ने देश भर में प्रचार कर और जन जाग्रति निर्माण कर विद्युत् (संशोधन) विधेयक 2022 का विरोध करने का निर्णय लिया

कॉम. कृष्णा भोयर, राष्ट्रीय सचिव, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्पलॉईज (AIFEE) से प्राप्त रिपोर्ट आंध्र प्रदेश राज्य बिजली कर्मचारी संयुक्त कार्य समिति (APSPEJAC) द्वारा Read more

सरकार द्वारा प्रस्तावित एक और जनविरोधी उपाय जो कई लोगों के लिए बिजली को वहन करने योग्य नहीं रखेगा

कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट बिजली (संशोधन) विधेयक (ईएबी) 2022 का मुख्य उद्देश्य पूरे देश में बिजली वितरण का निजीकरण करना और राज्य Read more

इलेक्ट्रीसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 के मसौदे पर बिजली उपभोक्ताओं और बिजली कर्मियों से वार्ता किये बिना इसे जल्दबाजी में संसद के मानसून सत्र में न रखा जाये, ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन ने केन्द्रीय विद्युत मंत्री को पत्र भेजकर मांग की

ALL INDIA POWER ENGINEERS FEDERATION प्रेस नोट, 11 July 2022 इलेक्ट्रीसिटी (अमेंडमेंट) बिल 2022 के मसौदे पर बिजली उपभोक्ताओं और बिजली कर्मियों से वार्ता किये Read more

केंद्र सरकार को कोयला विकास के निजीकरण की अपनी नीति पर फिर से विचार करना चाहिए। कोयला संकट का फायदा निजी कंपनियां उठा रही हैं। – ई ए एस सर्मा

श्री ई ए एस सर्मा, पूर्व सचिव, भारत सरकार, के द्वारा केंद्रीय कोयला सचिव को पत्र प्रति श्री ए के जैन केंद्रीय कोयला सचिव प्रिय Read more