राष्ट्रीय एकात्मता समिति के साथ एलआईसी, एमएसईबी, बैंक और एसटी श्रमिकों ने पुणे में इजारेदार पूंजीपतियों के निजीकरण के एजेंडे का विरोध किया

कामगार एकता कमिटी (KEC) के संवाददाता की रिपोर्ट एक साल पहले 4 जुलाई, 2021 को AIFAP की स्थापना के समय से, इसके संघटक संघों, यूनियनों Read more

बैंकों के बुरे ऋणों के लिए जिम्मेदार हैं बड़े कॉरपोरेट!

अशोक कुमार, संयुक्त सचिव, कामगार एकता कमिटी, द्वारा देश के सबसे बड़े बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने पिछले नौ वर्षों में, FY13-14 से Read more

अधिकतम लाभ के लक्ष्य से संचालित निजी बैंकिंग लोगों की बचत की सुरक्षा को खतरे में डालती है

अशोक कुमार, संयुक्त सचिव, कामगार एकता कमिटी (KEC) द्वारा “भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजीकरण – क्यों, कैसे और कितनी दूर?” पर एक Read more

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के खिलाफ 17 जुलाई 2022 को बैंक कर्मचारी ट्विटर पर अभियान चलाएंगे

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस द्वारा अपने सदस्यों को आह्वान यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस   परिपत्र संख्या UFBU/2022/9 दिनांक: 13.07.2022 सभी संघटक संघों और Read more

कर्मियों की मांगों को लेकर 1 जुलाई 2022 को मुंबई में AIBEA की आम सभा

कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट 1 जुलाई को मुंबई में ऑल इंडिया बैंक एम्प्लोयिज एसिओसेशन (AIBEA) द्वारा एक महत्वपूर्ण जनसभा का आयोजन किया Read more

भारतीय राज्य और बैंक कुलीन वर्गों को वैश्विक चैंपियन कैसे बनाते हैं?

श्री थॉमस फ्रेंको, पूर्व महासचिव, अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (AIBOC) द्वारा (सेंटर फॉर फाइनेंशियल एकाउंटेबिलिटी की वेबसाइट से पुन: प्रस्तुत) कुछ समय पहले, नीति Read more

बैंकों का निजीकरण आखिर क्यों? यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स, बरेली द्वारा ग्राहकों के बीच अभियान

कॉम. संजीव मेहरोत्रा, महासचिव, बरेली ट्रेड यूनियन्स फेडरेशन एवं जिला अध्यक्ष, AITUC बरेली और उपाध्यक्ष, यूनियन बैंक स्टाफ एसिओसेशन, उ.प्र. से प्राप्त रिपोर्ट यूनाइटेड फोरम Read more