इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई के कर्मचारियों ने रेलवे उत्पादन इकाइयों के प्रस्तावित निगमीकरण और यात्री ट्रेन सेवाओं के निजीकरण के खिलाफ 21 अक्टूबर 2021 को प्रदर्शन किया।

21.10.2021 को इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई के कर्मचारियों ने भारतीय रेलवे उत्पादन इकाइयों को निगम के रूप में परिवर्तित करने के प्रस्ताव के खिलाफ महाप्रबंधक Read more

आयुध कारखाने के श्रमिकों ने 15 अक्टूबर को पूरे भारत में निगमीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया

केईसी संवाददाता की रिपोर्ट आयुध कारखानों के निगमीकरण के विरोध में आयुध निर्माणी के श्रमिकों ने पूरे भारत में 15 अक्टूबर 2021 को विरोध प्रदर्शन Read more

रक्षा असैनिक कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य १५/१०/२०२१ को ७ गैर-व्यवहार्य निगमों के उद्धाटन नाटक का बहिष्कार करेंगे!

महाराष्ट्र राज्य बिजली कर्मचारी, अधिकारी, इंजीनियर संघर्ष समिति ने एमएसईडीसीएल को चार कंपनियों में बांटकर बिजली वितरण के निजीकरण की दिशा में कदमों का एकजुट विरोध

6 अक्टूबर 2021 को महाराष्ट्र राज्य बिजली कर्मचारी, अधिकारी, इंजीनियर संघर्ष समिति ने महाराष्ट्र राज्य के बिजली मंत्री डॉ. नितिन राउत को एक ज्ञापन भेजा। Read more

४१ आयुध कारखानों और ओएफबी मुख्यालयों में ०१/१०/२०२१ को “आयुध कारखानों का काला दिवस” मनाया जायेगा, जब सरकार ७ गैर-व्यवहार्य निगमों/कंपनियों का संचालन शुरू करेगा!

४१ आयुध कारखानों और ओएफबी मुख्यालयों के ७६००० रक्षा नागरिक कर्मचारी “काले दिन” पर अपने दोपहर के भोजन का बहिष्कार करेंगे! आइए हम आयुध कारखानों Read more

पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ (PRKS) यांत्रिक कारखाना मंडल गोरखपुर द्वारा रेलवे में मुद्रीकरण के विरोध में प्रदर्शन

दिनांक 15 सितंबर 2021 को भोजन अवकाश में एनएफआईआर के आहवान पर मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय के सामने दिनांक 13 सितंबर 2021 से 18 सितंबर Read more

उ.रे.म.यू. द्वारा 15 सितम्बर को मुद्रीकरण की नीति के विरोध में प्रदर्शन

दिनांक 15.09.21 को दोपहर 12:30 बजे नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमैन/उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के आह्वान पर उ.रे.म.यू. के पदाधिकारियों ने ब्रांच सेक्रेटरी श्री एम०पी० Read more

मेंस कांग्रेस ऑफ़ डी.एल.डब्ल्यू.(NFIR) द्वारा ब.रे.का. सहित सभी उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण और सरकारी संपत्तियों के मुद्रीकरण के खिलाफ संघर्ष

मेंस कांग्रेस ऑफ़ डी.एल.डब्ल्यू.(NFIR) द्वारा ब.रे.का. सहित सभी उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण और सरकारी संपत्तियों के मुद्रीकरण के खिलाफ संघर्ष