कामगार एकता कमिटी (केईसी) संवाददाता की रिपोर्ट
25 अगस्त को अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर 5.5 लाख से अधिक मध्य प्रदेश राज्य सरकार के कर्मचारी अपनी 39 सूत्री माँगों के समर्थन में एक दिवसीय सामूहिक अवकाश पर रहे (मांग पत्र संलग्न है)। श्रेणी 3 एवं 4 के गजेटेड अफसर भी हड़ताल में शामिल हुए। राज्य के लगभग 20,000 पटवारी पहले से ही हड़ताल पर हैं।
लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, लघु वेतन कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, राजस्व कर्मचारी संघ व पेंशनर एसोसिएशन के आह्वान पर कर्मचारियों ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया। धरने पर बैठे कर्मचारियों को संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, तृतीय श्रेणी कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी, जिलाध्यक्ष मोहन अय्यर, लिपिक कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष एमपी द्विवेदी, लघु वेतन भोगी कर्मचारी कर्मचारी के महेंद्र शर्मा, चालक कर्मचारी संघ के साबिर खान, जिला न्यायालय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव, निगम बोर्ड के अध्यक्ष अनिल वाजपेयी, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) लिपिक संघ के अध्यक्ष रत्नेश सौंधिया, अशोक पांडेय ने संबोधित किया।
अधिकारी-कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। उन्होंने चेताया कि सितंबर माह में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
पुरानी पेंशन की बहाली एवं दैनिक वेतन भोगी, अस्थायी एवं आउटसोर्स कर्मियों का नियमतीकरण भी माँगों में शामिल हैं।