डाक सेवाओं के निजीकरण की योजना के खिलाफ डाक कर्मचारी 4 अगस्त 2022 को एक दिवसीय हड़ताल पर जाएंगे

कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट

डाक बचत बैंक और डाक जीवन बीमा में जमाकर्ताओं का पैसा एक निजी कंपनी आईपीपीबी लिमिटेड को सौंपने के सरकार के फैसले के खिलाफ डाक कर्मचारियों ने 4 अगस्त 2022 को एक दिवसीय हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। यदि सरकार एक दिन की हड़ताल के बाद अपना निर्णय नहीं बदलती है तो डाक विभाग के कर्मचारी आंदोलन जारी रखने का निर्णय ले सकते हैं।

9 जुलाई 2022 को आयोजित एक प्रदर्शन में, राष्ट्रीय डाक कर्मचारी संघ (NFPE), पश्चिम बंगाल मंडल के महासचिव जनार्दन मजूमदार ने मौलाली युवा केंद्र कोलकाता में कहा कि मोदी सरकार द्वारा डाक सेवाओं का निजीकरण करने के खिलाफ डाक कर्मचारी निरंतर प्रयास के लिए राष्ट्रीय हड़ताल पर जाएंगे।

यह आम नागरिकों पर हमला है, जिनकी जमा पूंजी पर खतरा मंडरा रहा है। डाक बचत पर जो ब्याज जमाकर्ताओं को मिलता था उसे अब बाजार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे लाखों एजेंटों की रोजीरोटी पर भी असर पड़ेगा।

 

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