कामगार एकता कमिटी (KEC) के संवाददाता की रिपोर्ट
विद्युत् कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने 29 नवंबर से सभी बिजली निगमों में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। समिति ने बिजली निगमों के शीर्ष प्रबंधनों की नकारात्मक कार्य प्रणाली के विरोध में यह फैसला किया गया है। राज्य विद्युत् परिषद् जूनियर इंजीनियर्स संगठन ने भी कार्य बहिष्कार में शामिल होने की सहमती दी है।
अपर मुख्या सचिव उर्जा को भेजे गए नोटिस में समिति ने कहा है कि निगमों में भय का वातावरण व्याप्त है और कर्मचारियों की न्यायोचित समस्याओं का संधान नहीं हो रहा है। शीर्ष प्रबंधन के मनमाने रवैये बिजली निगमों को आर्थिक नुकसान रहा है। इन कारणों से आंदोलन का निर्णय लिया गया है।
कार्य बहिष्कार तथा उससे पहले आंदोलन की योजना संघर्ष समिति की 8 नवंबर को हुई बैठक में तैयार की गई। 29 नवंबर से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार से पहले १७ नवंबर को लखनऊ में शक्ति भवन मुख्यालय पर शांतिपूर्ण सत्याग्रह व प्रदर्शन किया जायेगा। 21 नवंबर को सभी जिलों परियोजनाओं पर 3 बजे से 5 बजे तक विरोध सभाएं की जाएंगी। 22 नवंबर से नियमानुसार कार्य आंदोलन शुरू होगा। 28 नवंबर को शाम पांच बजे जिला व परियोजना मुख्यालयों पर मशाल जलूस निकाले जायेगे। 29 नवंबर को प्रातः 08 बजे से समस्त कर्मचारी व अभियंता अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार करेंगे।