NRMU द्वारा रेलवे में निजीकरण बंद करने, पुरानी पेंशन बहाल करने और रिक्त पदों को भरने के लिए 22 नवंबर को डीआरएम्, मध्य रेलवे, मुंबई के औफ़िस के समक्ष विशाल मोर्चे का आयोजन

कामगार एकता कमिटी (KEC) संवाददाता की रिपोर्ट


भारतीय रेल का निजीकरण/निगमीकरण/मुद्रीकरण बंद करने, नई पेन्शन योजना वापस लेकर पुरानी पेन्शन लागू करने, रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती करने, तथा पदों के अंधाधुंद सरेंडर बंद करने, बेरोजगारों के रोजगार देने और कोंकण रेल्वे का निजीकरण को रोकने आदि मांगो को लेकर नॅशनल रेलवे मजदूर यूनियन (NRMU) नेता कॉमरेड वेणु नायर और श्री शिवगोपाल मिश्रा के नेतृत्व में मुंबई सीएसटी के मध्य रेल डीआरएम ऑफिस पर हजारों की संख्या में एक विशाल मोर्चा निकाला गया। मोर्चा में मुंबई डिव्हीजन तथा मुंबई के बाहर के नाशिक, पुणे डिव्हीजन के भी मजदूर पूरे जोश के साथ रेल प्रशासन के उपर अपना गुस्सा दिखाते हुये शमिल हुये। मोर्चा में सभी मजदूर नेतागण तथा महिलायें लाल कपड़े पहनकर हाथ में लाल झंडे लेकर लहराते हुये इंन्कलाब का नारा लगा रहे थे। पूरा माहोल लालमलाल था। NRMU के लड़ाकु नेता कॉमरेड वेणु नायर और श्री शिवगोपाल मिश्रा ने अपने भाषण से मजदूरों को उत्साहित किया। रेलवे प्रशासन अगर मांगे नही माना तो इससे भी बड़ा मोर्चा निकालने का और रेल का चक्का जाम करने का ऐलान किया गया। मोर्चा में बड़ी संख्या में मजदूरों को शामिल होने के लिए उनको बधाई दी।

कामगार एकता कमेटी की तरफ से कॉम्रेड दास, संयुक्त सचिव तथा कॉ. सूर्यकांत शिंगे और कॉ. प्रल्हाद गवळी ने निजीकरण विरोधी संघर्ष मोर्चे में शामिल हुए और समर्थन व्यक्त किया।

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