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- »उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में किसानों द्वारा स्मार्ट मीटर का विरोध
- »कोटा थर्मल संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा जॉइंट वेंचर (सँयुक्त उद्यम) के विरोध में आंदोलन शुक्रवार 21 मार्च, 150-वें दिन भी जारी रहा
- »उत्तर रेलवे के कर्मियों ने फिरोजपुर मंडल रेल प्रबंधक ऑफिस के बाहर अपने 10 सूत्री माँगों के लिए किया विरोध प्रदर्शन
- »बिजली निजीकरण रोकना है तो जमीनी स्तर पर अपने अपने संगठन से जुड़े अभियंताओं एवं कर्मचारियों को बहुत मजबूती से जोड़ना होगा
- »AIPEF राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के कर्मचारियों और इंजीनियरों को निजीकरण के खिलाफ उनके वास्तविक संघर्ष में पूरी तरह से समर्थन करता है
यह बहुत महत्वपूर्ण जानकारी है| इस से स्पष्ट होता है की कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर रोजगार से न केवल मज़दूरों का नुक्सान होता है बल्कि यात्रियों का भी नुक्सान होता है| ठेकाकरण सिर्फ पूंजीपतियों के हित में है: वे कम मजदूरी में अधिक काम करवा सकते हैं| हमारी लड़ाई सिर्फ सरकार की नीतियों के खिलाफ ही नहीं बल्कि पूंजीवाद के शोषण के खिलाफ भी है|